ईपीएफओ पेंशन एक ऐसी योजना है जो लोगों को नौकरी से रिटायर होने के बाद आर्थिक मजबूती देती है। लेकिन कुछ लोग यह जानना चाहते हैं कि अगर वे अपनी नौकरी से थोड़े समय के लिए ब्रेक ले लेते हैं तो ऐसे में क्या होगा।
दरअसल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ की पेंशन के लिए यह नियम है कि आपको तभी पेंशन मिलेगी जब आप कम से कम 10 साल तक की सेवा करेंगे। तो अगर इस दौरान आपको नौकरी से कुछ दिन के लिए ब्रेक लेना पड़ जाए तो फिर तब आपकी पेंशन सुरक्षित रहेगी या नहीं।
अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो हमारा आज का यह आर्टिकल आपको जरूर पढ़ना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि ईपीएफओ पेंशन को लेकर नौकरी में गैप होने पर क्या नियम है। इसलिए आप पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस पोस्ट को आखिर तक अवश्य पढ़ें।
EPFO Pension 2025
ईपीएफओ पेंशन योजना उन सभी कर्मचारियों के लिए लाभदायक है जो नौकरी से रिटायर होने के बाद एक निश्चित आय प्राप्त करना चाहते हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के माध्यम से कर्मचारी और नियोक्ता के द्वारा कर्मचारी की सैलरी से एक निश्चित धनराशि ईपीएफओ पेंशन फंड में जमा की जाती है।
ईपीएफओ पेंशन योजना उन सभी कर्मचारियों के लिए लाभदायक है जो नौकरी से रिटायर होने के बाद एक निश्चित आय प्राप्त करना चाहते हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के माध्यम से कर्मचारी और नियोक्ता के द्वारा कर्मचारी की सैलरी से एक निश्चित धनराशि ईपीएफओ पेंशन फंड में जमा की जाती है।
ईपीएफओ पेंशन हेतु अनिवार्य है 10 साल की नौकरी
आपको हम यह बता दें कि ईपीएफओ के जो नियम है इसके मुताबिक कर्मचारियों को पेंशन के लिए न्यूनतम 10 वर्षों तक की सेवा के समय को पूरा करना जरूरी होता है। इस प्रकार से यह सेवा अवधि का जो समय होता है इसे लगातार या फिर जोड़कर पूरा किया जा सकता है।
हमारे कहने का मतलब है कि यदि आप किसी एक कंपनी में 5 साल से काम कर रहे हैं और फिर किसी दूसरी कंपनी में 5 वर्ष तक या फिर इससे ज्यादा समय तक काम करते हैं तो तब आपकी कुल नौकरी करने की अवधि 10 साल तक या फिर इससे ज्यादा हो जाएगी।
इस तरह से आप ईपीएफओ पेंशन पाने के पात्र हो जाते हैं। परंतु आपको यहां पर एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य को करना जरूरी होता है। आपको जानकारी दे दें कि आपका यूएएन यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर सक्रिय होना चाहिए।
क्या होता है यूएएन नंबर
यहां आपको हम बता दें कि जो यूनिवर्सल अकाउंट नंबर होता है इसे ईपीएफओ के द्वारा कर्मचारियों को प्रदान किया जाता है। इस प्रकार से यह एक ऐसा खास तरह का नंबर होता है जिसके माध्यम से आपके सारे प्रोविडेंट फंड के खाते एक साथ जुड़े रहते हैं।
इस तरह से आप चाहे कितनी भी नौकरियां क्यों ना बदल लें आपका यूएएन नंबर नहीं बदलता है। इस नंबर का उपयोग करके ही ईपीएफओ यह जानता है कि आपने कितने सालों तक नौकरी पूरी की है।
तो इसलिए अगर आप अपनी नौकरी बदल लेते हैं या फिर बीच में कुछ दिन तक के लिए नौकरी से ब्रेक ले लेते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर सक्रिय होना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप कोई नई नौकरी करते हैं तो तब आपको अपने उसी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर का उपयोग करना चाहिए।
नौकरी में ब्रेक लेने पर कैसे करते हैं सेवा अवधि की गिनती
तो अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि अगर आप अपनी नौकरी से ब्रेक ले लेते हैं तो ऐसे में आपकी सेवा के समय की गणना किस प्रकार से हो सकती है। इसे आप कुछ ऐसे समझ लीजिए कि आपने जिस कंपनी में 5 साल तक के लिए काम किया है और फिर आपने किसी वजह से 2 वर्षों का ब्रेक ले लिया है।
तो इस प्रकार से इसके बाद फिर आप किसी दूसरी नई कंपनी में नौकरी करने लगते हैं और वहां पर आपको काम करते हुए 5 साल से भी ज्यादा का समय हो गया है। तो नई कंपनी में शामिल होते समय अगर आपने अपने पुराने वाले यूएएन नंबर का इस्तेमाल किया है तो जो आपकी पहले नौकरी की 5 साल की अवधी थी वह आपकी कुल सेवा अवधि के साथ जोड़ दी जाएगी। तो इस तरह से आपकी कुल सेवा अवधि फिर 10 साल से ज्यादा हो जाएगी। ऐसा होने की स्थिति में आप पेंशन पाने के लिए पूरी तरह से पात्र माने जाएंगे।
कैसे करते हैं पेंशन की गणना
यहां आपको हम जानकारी दे दें कि ईपीएफओ की जो पेंशन की गिनती होती है वह आपके सबसे आखिर के वेतन और कुल सेवा अवधि को ध्यान में रखते हुए की जाती है। यदि आपने 10 साल से ज्यादा समय तक नौकरी की है तो फिर आपको ईपीएफओ पेंशन के एक निश्चित फार्मूले के मुताबिक हर महीने पेंशन मिलेगी।
परंतु अगर आपने 10 साल से कम समय तक नौकरी की है तो ऐसी स्थिति में आपको पेंशन के लिए पात्र नहीं माना जाएगा। लेकिन ऐसे में आप अपने उस पैसे को निकाल सकते हैं जो आपने पेंशन पाने के लिए जमा किया था। पर आपको इस पैसे पर कोई भी ब्याज प्राप्त नहीं होगा।
ईपीएफओ पेंशन को सुरक्षित रखने के लिए अहम बातें
यहां आपको हम कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिनका अगर आप सही से पालन करते हैं तो आप अपनी पेंशन को सुरक्षित रख सकते हैं –
- जब आप अपनी नौकरी बदलें या फिर आप ब्रेक लें तो ऐसे में आपको अपने यूएएन नंबर को पूरी तरह से एक्टिव रखना है।
- अगर आप नई नौकरी शुरू कर रहे हैं तो तब आपको अपने नियोक्ता को अपना पुराना वाला यूएएन नंबर ही बताना चाहिए ताकि आपके इस खाते में योगदान जमा होता रहे।
- आप अपने पेंशन खाते की और अपने पीएफ खाते की निरंतर जांच करते रहें जिससे कि आपको यह पता चलता रहे कि आपका योगदान सही जमा हो रहा है।
यूएएन नंबर को एक्टिव रखने के कुछ तरीके
यहां हम आपको बता दें कि अगर आप अपने यूएएन नंबर को एक्टिव करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको निम्नलिखित तरीके अपनाने होंगे –
- आपको ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नियमित रूप से अपने खाते को चेक करते रहना चाहिए।
- यदि आप नौकरी से ब्रेक लेते हैं या फिर आपने अपनी नौकरी छोड़ दी है तब भी आपका यूएएन तब तक एक्टिव रहता है जब तक आप उसे रद्द नहीं करते हैं।
- नई नौकरी के समय आपको अनिवार्य तौर पर अपना यूएएन नंबर ही देना चाहिए ताकि पुराने पीएफ के खाते में ही पैसे जमा होते रहें।
- इस प्रकार से आपकी सारी नौकरियों की सेवा का समय एक साथ जुड़ता रहेगा और जो 10 वर्ष की जरूरी सेवा अवधि का समय है वह भी पूरा हो जाएगा।
रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग जरूरी
किसी भी नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट की योजना बनाना काफी ज्यादा जरूरी होता है। ऐसा करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि इससे वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा बनी रहती है। इस प्रकार से ईपीएफओ की पेंशन योजना एक ऐसा महत्वपूर्ण कदम है जिसके माध्यम से आपको रिटायर होने के बाद पैसों के लिए परेशान नहीं होना पड़ता।
लेकिन इसके साथ हम आपको यह भी सलाह देना चाहते हैं कि आप केवल ईपीएफओ पेंशन पर ही निर्भर ना रहें बल्कि कुछ दूसरे विकल्प भी देखें। इसके लिए आप अपनी कमाई का एक हिस्सा म्युचुअल फंड, पीएफ, एनपीएस इत्यादि में निवेश कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो फिर जब आप रिटायर होंगे तो तब आपके पास इतना पैसा होगा कि आपको आर्थिक चिंता बिल्कुल नहीं सताएगी।
Neeraj is a journalist with 4 years of experience in education news. He contributes to Keaonline News, providing clear and accurate articles on exams, results, and policies. Known for his timely updates and ability to simplify complex topics, Neeraj has built a strong reputation for his dedication and well-researched content.