हमारे देश के नागरिकों के लिए पेंशन योजनाएं शुरू से ही बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण रही हैं। इसलिए नियमित रूप से लोग नई पेंशन योजनाओं के बारे में जानना चाहते हैं। ऐसे में हमारी सरकार के द्वारा कई पेंशन योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इन पेंशन योजनाओं के माध्यम से रिटायर होने के बाद व्यक्ति को आर्थिक रूप से सुरक्षा प्रदान की जाती है। ऐसी ही एक पेंशन योजना है जिसका नाम यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस है। इसके अलावा अटल पेंशन योजना यानी एपीवाई में भी कुछ बदलाव करने को लेकर सरकार विचार कर रही है।
अब लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि क्या 40 साल की आयु होने पर भी सरकार हर महीने 10 हजार रुपए की पेंशन प्रदान करेगी। क्या अब पेंशन योजनाओं को लेकर सरकार कोई नया रूल बनाने वाली है। ऐसे कई तरह के सवाल हैं जो आपके मन में अवश्य होंगे जिनका जवाब आज हम अपने आर्टिकल में आपको देने वाले हैं।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम
केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम योजना को अपने अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों के लिए आरंभ किया है। इस योजना को सरकार के द्वारा 1 अप्रैल 2025 को लागू किया जाएगा। इस प्रकार से इस पेंशन योजना का उद्देश्य अपने सारे कर्मचारियों को रिटायर होने के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय उपलब्ध कराना है।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम और अटल पेंशन स्कीम
यहां हम यूनिफाइड पेंशन स्कीम और अटल पेंशन स्कीम का अवलोकन कर रहे हैं ताकि आपको इन दोनों योजनाओं के बारे में सही से अंतर पता चल सके –
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस का फायदा केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिया जाता है। जबकि अटल पेंशन योजना यानी एपीवाई की विशेषता यह है कि इसके तहत असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को लक्षित किया जाता है।
- यूपीएस स्कीम को हमारी सरकार ने 1 अप्रैल 2025 को लागू करने जा रही है जबकि एपीवाई को 9 मई 2015 को लागू किया गया था।
- यूनिफाइड पेंशन योजना के तहत न्यूनतम 10 वर्षों तक सेवा में रहने के बाद ही कर्मचारियों को फायदा मिलता है। जबकि अटल पेंशन योजना में ऐसी कोई भी न्यूनतम सेवा की शर्त नहीं है।
- यूपीएस योजना में प्रवेश की कोई भी अधिकतम आयु निर्धारित नहीं की गई है जबकि अटल पेंशन योजना में 40 साल की अधिकतम आयु रखी गई है।
- यूपीएससी पेंशन स्कीम में निश्चित तौर पर हर महीने 10000 रूपए की पेंशन मिलती है जबकि अटल पेंशन में 1000 रूपए से लेकर 5000 रूपए हर महीने पेंशन मिलती है।
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम में अंतिम 12 माह के औसत मूल वेतन के 50% के अनुसार पेंशन की गणना होती है जबकि एपीवाई में योगदान और आयु पर आधारित पेंशन मिलती है।
- यूपीएस में मुद्रास्फीति सूचकांकन होता है इसका मतलब है कि पेंशन की राशि को महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाता है। जबकि अटल पेंशन योजना में ऐसा कुछ नहीं होता।
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम में 60% की दर से परिवार को पेंशन मिलती है जबकि अटल पेंशन योजना में 100% की दर से परिवार को पेंशन का लाभ मिलता है।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम की विशेषताएं
यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस की कई प्रकार की विशेषताएं हैं जैसे –
- सरकारी कर्मचारियों को यूपीएस के अंतर्गत 25 वर्ष की सेवा करने के पश्चात आखिरी 12 माह के औसत मूल वेतन का 50% पेंशन के तौर पर मिलेगा।
- यदि कोई सरकारी कर्मी 10 साल की सेवा के बाद रिटायर होता है तो तब इसे हर महीने निश्चित तौर पर न्यूनतम पेंशन 10 हजार रुपए की मिलेगी।
- अगर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो इसके बाद फिर परिवार को 60% तक पेंशन मिलेगी।
- एआईसीपीई इंडेक्स आंकड़ों के अनुसार पेंशन को समय-समय पर समायोजित किया जाएगा।
- सेवानिवृत्ति के बाद सरकारी कर्मियों को हर 6 माह की सेवा के लिए एक माह की सैलरी का 1/10वां हिस्सा एक साथ प्रदान किया जाएगा।
अटल पेंशन योजना में होने वाले संभावित बदलाव
अटल पेंशन योजना यानी एपीवाई में मुख्य रूप से जो बदलाव हो सकते हैं इनके बारे में जानकारी नीचे दी गई है –
- इस समय न्यूनतम पेंशन 1000 रूपए हर महीने कर्मचारियों को मिलती है लेकिन अब इसमें वृद्धि करके इसे प्रति महीने 10000 रूपए तक किया जा सकता है।
- अगर सरकार अटल पेंशन योजना के अंतर्गत न्यूनतम पेंशन को बढ़ाती है तो तब योगदान के पैसे में भी बदलाव की संभावना है।
- एपीवाई में होने वाले बदलावों के कारण लाभार्थियों की संख्या में भी काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
क्या हर महीने 10 हजार रूपए की पेंशन मिलेगी 40 साल की आयु में
अब प्रश्न यह है कि 40 साल की आयु होने पर भी क्या केंद्रीय कर्मियों को 10000 रूपए की पेंशन मिलेगी? तो इसका जवाब आपको हम इस विश्लेषण के आधार पर बता रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं यूपीएस की तो यह योजना केवल केंद्रीय कर्मचारियों के लिए आरंभ की गई है।
इस तरह से यूपीएस में अगर किसी सरकारी कर्मचारी ने न्यूनतम 10 साल की सेवा 40 साल की उम्र तक पहुंचते पहुंचते पूरी कर ली है, तो ऐसी स्थिति में हर महीने 10000 रूपए की न्यूनतम पेंशन प्रदान की जाएगी।
जबकि बात करें अटल पेंशन योजना की तो इसके अंतर्गत इसमें प्रवेश की अधिकतम आयु 40 साल निर्धारित की गई है। ऐसे में अगर इसमें बदलाव किए जाते हैं तो 40 वर्ष की आयु वाले व्यक्ति को हर महीने न्यूनतम पेंशन 10 हजार रुपए तक मिल सकती है। परंतु इसके लिए कर्मचारियों को ज्यादा योगदान देना पड़ेगा।
पेंशन योजनाओं का क्या होता है महत्व
बात करें पेंशन योजनाओं के महत्व की तो रिटायर होने के बाद कर्मचारियों को आर्थिक रूप से सुरक्षा देना जरूरी होता है। इसके अंतर्गत पेंशन योजनाओं के माध्यम से सेवानिवृत्ति के बाद कई प्रकार के फायदे मिलते हैं जैसे –
- पेंशन रिटायर होने वाले कर्मचारियों के लिए नियमित आय का एक मुख्य स्रोत बनती है।
- बढ़ती हुई उम्र के कारण कर्मचारी अपने स्वास्थ्य के खर्चों को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
- नौकरी से रिटायर होने के बाद भी कर्मचारी अपने जीवन स्तर को पेंशन प्राप्त करके अच्छा बना कर रख सकते हैं।
- यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो इसके बाद परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है और आर्थिक मदद दी जाती है।
पेंशन योजनाओं के फायदे और चुनौतियां
यदि बात करें कि पेंशन योजनाओं के लाभ और चुनौतियां क्या-क्या है तो सबसे पहले फायदे की बात कर लेते हैं। इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को नियमित रूप से आय प्राप्त होगी, लोगों की आर्थिक सुरक्षा बढ़ेगी, कर लाभ मिलेगा और परिवार की भी सुरक्षा निश्चित होगी।
जबकि पेंशन योजना के अंतर्गत अगर चुनौतियों की बात करें तो मुद्रास्फीति का असर, लंबे समय तक के लिए प्रतिबद्धता, नियमों में बदलाव और योगदान की अनियमितता की जरूरत जैसी कुछ चुनौतियां देखने को मिलेगी।
पेंशन योजनाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया
यदि आप पेंशन योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए आप निम्नलिखित तरीके का उपयोग करके अपना आवेदन जमा कर सकते हैं –
यूपीएस के लिए आवेदन प्रक्रिया
यदि आप केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं तो ऐसे में आप अपने संबंधित विभाग से संपर्क करके आवेदन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। इसके लिए आपको एनपीएस से यूपीएस में जाने के लिए एक विशेष प्रकार का फॉर्म भरकर जमा करना होगा। अपने फार्म के साथ आपको मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज भी जमा करने पड़ेंगे।
एपीवाई के लिए आवेदन प्रक्रिया
अटल पेंशन योजना का आवेदन आप अपने समीप के किसी बैंक या फिर डाकघर में जाकर कर सकते हैं। इसके लिए आपको एपीवाई फॉर्म लेकर इसे भरकर जमा करना होता है। इसके अंतर्गत आपको अपने बैंक खाते के विवरण और अपने आधार कार्ड के विवरण को भी प्रदान करके आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होता है। इस प्रकार से नियमित रूप से योगदान जमा करके आप अटल पेंशन योजना का लाभ ले सकते हैं।
पेंशन योजनाओं का भविष्य
पेंशन योजनाओं के यदि भविष्य की बात करें तो यह काफी उज्जवल है जिसके अंतर्गत संभव रूप से निम्नलिखित विकास देखने को मिल सकता है –
- देश में डिजिटलीकरण बढ़ेगा क्योंकि पेंशन के लिए आवेदन और प्रबंधन की प्रक्रिया ऑनलाइन रखी जाएगी।
- व्यक्ति की जरूरत के अनुसार पेंशन योजनाएं लचीली बनेगी।
- पेंशन योजनाओं के तहत अच्छा रिटर्न मिलेगा जिसकी वजह से निवेश की रणनीतियों में सकारात्मक सुधार देखने को मिलेगा।
- ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पेंशन योजनाओं को पहुंचाया जाएगा।